पश्चिमके कदम सदा लूट केलिए उठे,हमारे पग सदा विश्वकल्याण हेतु आगे बड़े.जिस देश में गए,शोषण नहीं किया अर्थ व्यवस्था को उठाया.ऐसे समाज के प्रति मिडिया दुष्प्रचारसे ऑस्ट्रेलिया जैसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति,अन्यत्र हिन्दू समाज व हिदुत्व और भारत को प्रभावित करने वाली जानकारी का दर्पण है विश्वदर्पण. तिलक.(निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpan पर इमेल/चैट करें,संपर्कसूत्र- तिलक संपादक युगदर्पण 09911111611, 09999777358.

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Monday, August 4, 2014

राष्‍ट्रमंडल खेल 2014 में भारत के 64/65 पदक

राष्‍ट्रमंडल खेल 2014 में भारत के पदक 
राष्‍ट्रमंडल खेल 2014 के 10वें और 11वें  दिन, भारत ने 13 पदक (2 स्‍वर्ण, 7 रजत और 4 कांस्‍य) जीते। पदक विजेताओं के नाम इस प्रकार है: भारत 64 पदक जीत चुका हैजिसमें 15 स्‍वर्ण30 रजत और 19 कांस्‍य पदक हैं (+1 कांस्‍य अतिरिक्त) कुल 65 

क्र. सं.
खिलाड़ी का नाम
प्रतियोगिता 
पदक 
1.
जोशना चिनप्‍पा/दीपिका पल्‍लीकल
स्‍क्‍वाश  (महिला युगल)
स्‍वर्ण
2.
देवेंद्रो लेशराम
बॉक्सिंग लाइट वेट (49किलोग्राम)
रजत
3.
लेशराम देवी
बॉक्सिंग लाइट वेट (57-60 किलोग्राम)
रजत
4.
मनदीप जांगरा
बॉक्सिंग वेल्‍टर वेट – (69किलोग्राम)
रजत
5.
विजेंद्र सिंह
बॉक्सिंग मिडल वेट (75किलोग्राम)
रजत
6.
राजेंद्र राहेलू
भारोत्‍तोलन  (हैवीवेट)
रजत
7.
पी वी सिंधू
बैडमिंटन  (महिला एकल)
कांस्‍य
8.
आर वी गुरूसाईदत्‍त
बैडमिंटन  (पुरूष एकल)
कांस्‍य
9.
शकीना खातून
भारोत्‍तोलन (लाइटवेट)
कांस्‍य
10.
अर्पिंदर सिंह
एथलेटिक्‍स (ट्रिपल जम्‍प)
कांस्‍य
11.
कश्‍यप पारूपल्‍ली
बैडमिंटन  (पुरूष एकल)
स्‍वर्ण
12.
अश्‍वनी पोन्‍नाअप्‍पा/ज्‍वाला गुप्‍ता
बैडमिंटन  (महिला एकल)
रजत
13.
सादर सिंह/अक्षदीप सिंह/बिरेंद्र लाकर/चिंगलेनसाना कंगूजम/चंदाना निक्किन/थिम्‍मइया/दानीश मुज्‍तबा/धर्मवीर सिंह/गुरविंदर चांडी/गुरबाज सिंह/कोठाजीत खादंगबाम/मनप्रीत सिंह/श्रीजस पारात्‍तू रवींद्नन/रूपिंदर सिंह/रमन‍दीप सिंह/सुनील सोमारपेट वितालाचार्य/ रघुनाथ वोक्‍कालिगा रामचंद्र  
हॉकी पुरूष
रजत
01.8.14 के 4 पदक (3 रजत तथा 1+1* कांस्‍य) वि‍जेताओं के नाम के नाम इस प्रकार है: 
क्रम संख्‍या
खि‍लाड़ी का नाम
खेल
पदक

1.
अमलराज एंथनी अरपुथराज/शरथ कमल अचन्‍ता
टेबल टेनि‍स (मेन्‍स डबल)
रजत
2.
सीमा पुनि‍या
एथलेटि‍क्स (चक्‍का फैंक)
रजत
3.
संतोषी मतसा#
भारोत्तोलन (52कि‍लोग्राम)
रजत
4.
पिंकी रानी
बाक्‍सि‍गं-भार – (48-51कि‍लोग्राम)
कांस्‍य
5.
स्‍वाति‍सिंह*
भारोत्तोलन (52कि‍लोग्राम)
कांस्‍य
31 जुलाई, 2014 के 6 पदक (3 स्‍वर्ण, 1 रजत और 2 कांस्‍य) पदक विजेताओं के नाम इस प्रकार है :
 क्र. सं.
खिलाड़ी का नाम
प्रतियोगिता
पदक 
1.
बबीता कुमारी
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल5किलो (महिला)
स्‍वर्ण
2.
योगेश्‍वर दत्‍त
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल65 किलो (पुरूष)
स्‍वर्ण
3.
विकास शिवे गौड़ा
एथलेटिक्‍स (डिस्‍कस थ्रो)(पुरूष)
स्‍वर्ण
4.
गीतिका जाखर
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल63 किलो (महिला)
रजत
5.
दीपा करमाकर
जिमनास्टिक (वाल्‍ट) (महिला)
कांस्‍य
6.
पवन कुमार
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल86 किलो(पुरूष)
कांस्‍य
30 जुलाई2014 को भारत ने 5 पदक ( 4 रजत और कांस्‍य) जीते। पदक विजेताओं के नाम इस प्रकार है : 
 क्र. सं.
खिलाड़ी का नाम
प्रतियोगिता
पदक
1.
बिजनीस बजरंग
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल) 61 किलो (पुरूष))
रजत
2.
ललिता
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल) 53 किलो (महिला)
रजत
3.
सत्यव्रत काडियन
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल) 97 किलो(पुरूष)
रजत
4.
साक्षी मलिक
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल) 58 किलो (महिला)
रजत
5.
नवजोत
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल) 58 किलो (महिला)
कांस्य
29 जुलाई, 2014 को भारत ने 10 पदक (3 स्‍वर्ण, 3 रजत और 4 कांस्‍य) जीते। 29 जुलाई, 2014 के पदक विजेताओं के नाम इस प्रकार है:
 क्र. सं.
खिलाड़ी का नाम
प्रतियोगिता
पदक
1.
विनेश
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल) 48 किलो (महिला)
स्‍वर्ण
2.
सुशील कुमार
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल) 74 किलो (पुरूष)
स्‍वर्ण
3.
अमित कुमार
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल) 57 किलो(पुरूष)
स्‍वर्ण
4.
संजीव राजपूत
50 मीटर राइफल 3 पोजीशन (पुरूष)
रजत
5.
हरप्रीत सिंह
25 मीटर  रैपिड फायर पिस्‍टल
रजत
6.
राजीव तोमर
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल) 125 किलो(पुरूष)
रजत
7.
गंगन नारंग
50 मीटर राइफल 3 पोजीशन (पुरूष)
कांस्‍य
8.
लज्‍जा गोस्‍वामी
50 मीटर राइफल 3 पोजीशन (महिला)
कांस्‍य
9.
मानवजीत सिंह
ट्रैप (पुरूष)
कांस्‍य
10.
चंद्रकांत माली
भारोत्‍तोलन 94 किलो
कांस्‍य
28 जुलाई, 2014 के 4 पदक (01 स्‍वर्ण, और 03 रजत) विजेता ???
27 जुलाई, 2014 को भारतीय खिलाडि़यों ने 5 पदक (एक स्‍वर्ण, दो रजत और दो कांस्‍य) जीते। पदक विजेता खिलाडियों के नाम इस प्रकार हैं -
क्रम संख्‍या
 खिलाड़ी
स्‍पर्धा
पदक
1.
सतीश शिवालिंगम
77 किलोग्राम भारोत्‍तोलन   (पुरूष)
स्‍वर्ण
2.
रवि कतूलू
77 किलोग्राम भारोत्‍तोलन (पुरूष)
रजत
3.
श्रेयसी सिंह
डबल ट्रेप (महिला)
रजत
4.
असाब मोहम्‍मद
डबल ट्रेप  (पुरूष)
कांस्‍य
5.
पूनम यादव
63 किलोग्राम भारोत्‍तोलन (महिला)
कांस्‍य
26 जुलाई 2014 को भारत ने सात पदक (2 स्‍वर्ण, 3 रजत और 2 कांस्‍य) जीते। पदक विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं-  
 क्र.स.
खिलाड़ी का नाम
खेल स्‍पर्धा
पदक
1.
अपूरवी चंदेला
10 मीटर एयर राइफल (महिला)
स्‍वर्ण
2 .
राही सरनोबत
25 मीटर पिस्‍टल  (महिला)
स्‍वर्ण
3.
अयोनिका पाल
10 मीटर एयर राइफल (महिला)
रजत
4.
अनीसा सैयद
25 मीटर पिस्‍टल  (महिला)
रजत
5.
प्रकाश नन्‍जप्‍पा
10 मीटर एयर राइफल (पुरूष)
रजत
6.
ओंकार ओटारी
69 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग (पुरूष)
कांस्‍य
7.
राजविंदर कौर
78+ किलोग्राम जूडो (महिला)
कांस्‍य
केन्‍द्रीय कौशल विकासउद्यमिता, युवा मामले और खेल मंत्री श्री सर्बानंदा सोनवाल ने 25 जुलाई 2014 के सभी 03 पदक विजेताओं को बधाई दी है। कुल 10 पदक (03 स्‍वर्ण, 04 रजत और 03 कांस्‍य) जीते हैं। 
दूसरे दि‍न (संतोषी मत्साह) इन्‍होंने कांस्‍य पदक जीता था किंतु नाईजीरि‍या की अमलाहा की डौप जांच द्वारा 1 अगस्त को असफल घोषित कर इन्‍हें रजत पदक तथा 4 स्थान पर रहे स्वाति सिंह को कांस्‍य पदक मि‍ला। 
राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ग्‍लासगो में हो रहे 20वें राष्‍ट्रमंडल खेलों के शुरूआती दिन ही 24 जुलाई 2014 को भारत ने सात पदक भारोत्‍तोलन और जूडो में पदक जीतने वालों को बधाई दी है। 
राष्‍ट्रपति ने संजीता खुमुकचम, सुखेन डे, नवजोत चाना, सुशीला लिक्‍माबम, मीराबाई एस चानू, कल्‍पना थोडम और गणेश माली को वैयक्तिक रूप से भेजे संदेश में कहा कि देश का झंडा ऊँचा करने वालों को वह बधाई देते हैं। ये खिलाड़ी भविष्‍य में और बेहतर प्रदर्शन करें, इसके लिए शुभकामनाएं।     
 राष्‍ट्रमंडल खेलों के 11वें अंतिम दिन तक भारत 64 पदक जीत चुका हैजिसमें 15 स्‍वर्ण30 रजत और 19 कांस्‍य पदक हैं। 
http://raashtradarpan.blogspot.in/2014/08/2014-6465.html
http://samaajdarpan.blogspot.in/2014/08/2014-6465.html

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"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
अन्यत्र, हिन्दू समाज व हिदुत्व और भारत, को प्रभावित करने वाली
जानकारी का दर्पण है: विश्वदर्पण | आओ, मिलकर इसे बनायें; -तिलक

Thursday, July 31, 2014

श्रावण मास और रमजान का महीना ||

श्रावण मास और रमजान का महीना ||
शुभ प्रभात बंधुओं ,
Madhvi Gupta साभार 
श्रावण मास और रमजान का महीना ||
|| कुछ रोचक जानकारियाँ, अवश्य पढ़ें ||
|| बंधुओं एक ज्ञानवर्धक लेख .....अवस्य पढ़ें और पढ़ाएं ||
* श्रावण मास शिव जी को समर्पित है और इस पवित्र माह में पार्वती जी भगवान शंकर जी से राम जी के जीवन चरित्र को सुनती (श्रवण) करती हैं |
* इसी राम कथा के सुनने और सुनाने (श्रावण) की परिपाटी में इस पवित्र माह को"श्रावण"कहा गया है | और विश्व भर के हिन्दू इस माह में सत्य नारायण की कथा और राम चरित मानस का पाठ करते हैं |
* वास्तव में गोस्वामी जी विरचित श्री राम चरित मानस में मास परायण का विश्राम भी इसलिए ही होता है | और इस दिव्य पुस्तक का नाम भी मानस इसलिए है की अपने मानस में बसे राम के चरित्र को शंकर जी माता पार्वती को सुना रहे है |
उदहारण : चौपाई में बहुत से स्थानों पर पार्वती का संबोधन जैसे"उमा राम सुभाऊ जेहि जाना",
"उमा जे राम चरन रत बिगत काम मद क्रोध","उमा राम की भृकुटि विलासा","उमा न कछु कपि कै अधिकाई".....अदि अदि
* आप सभी पाठकों से निवेदन है की सावन के इस पवित्र माह में आप भी राम जी के जीवन को पढ़ें और जानें किसी भी भाषा में | इन्टरनेट पर भी आप को राम चरित मानस मिल जाएगा |
* आप अपने मोबाइल के एंड्राइड ऐप और एप्पल पर भी कितने एप्लीकेशन पा सकते हैं जिसे डाउनलोड कर के आप कभी भी"श्री राम चरित मानस जी"और"श्री गीता जी"को पढ़ और जान सकते हैं |
* मित्रों इस्लाम के पवित्र महीना रमजान संस्कृत शब्द"रामज्ञान"का अपभ्रंस है | और मक्का विश्वप्रसिद्ध शिव लिंग भी था जिसे"कबालेश्वर महादेव"के नाम से जानते हैं | इस कारण सावन का महत्त्व वहां भी था मुहम्मद के समय भी |
* चुकी सावन में रामायण का पाठ सनातन से चला आ रहा है तो वो इसी की नक़ल कर के"रामदान"बना लिए |
* भारत को छोड़ पूरे संसार में रमजान को"रामदान"कहते है, आप गूगल पर भी देख सकते हैं | भारत में अपनी नक़ल छुपाने को इन्होने इसे "रमजान" कर दिया | जैसा की आप सभी जानते हैं की पैगम्बर के चाचा एक हिन्दू थे और अरब में भी आर्य संस्कृति का प्रभाव बहुत था |
* मुहम्मद साहब के चाचा ने एक पुस्तक भी लिखी थी"शायर उल ओकुल"जिसमें हिन्दू संस्कृति की भूरी भूरी प्रसंसा थी | बाद में मुहम्मद के जिहादियों ने उन्हें मार दिया था |
* नक़ल यहीं बंद नहीं हुई : गर्भा बना काबा, पुराण बना कुराण, संगे अश्वेत बना संगे अस्वाद, हमारा मलमास बना सफ़र मास, रवि से उनका रबी महिना, उनका ग्यारहवी शरीफ हमारे एकादशी (11) की ही नक़ल है | गृह से ही उनका गाह शब्द बना ईदगाह , दरगाह |
* उनका"नमाज"भी संस्कृत के नमत शब्द से बना है जिसका अर्थ है झुकना | नमस्ते शब्द भी इसी से निकला है |
* दिन में ५ बार नमाज हमारे वेदों के"पञ्च महा यज्ञ"की ही नक़ल है |
* मुसलामानों का त्यौहार "शब्बेरात"शिवरात्री का ही अपभ्रंस है |
*नमाज के पहले ५ अंगों को धुलना वेदों के"शरीर शुद्ध्यर्थं पंचांग न्यासः"का ही नियम है |
* ईद उल फितर हिन्दुओं का पित्री पक्ष (ईद उल पित्र )ही है | और ईद उल फ़ित्र में मुसलमान अपने पूरकों को ही याद करते हैं |
इस नक़ल की प्रक्रिया लेखन इतना लम्बा है ......पूरी किताब तैयार हो सकती है |

चलते चलते : कितने हिन्दू भाइयों को ये भी न पता होगा की पैगम्बर सिकंदर के ५०० साल बाद पैदा हुए थे और इसका अर्थ हुआ की चन्द्रगुप्त मौर्य के लगभग ४०० साल बाद | अभी बच्चा है ये.... जिसकी नक़ल करता है उसी को हेकड़ी भी दिखता है |
"वयं राष्ट्रे जागृयाम"......
आप सभी को श्रावण मास की शुभ कामनाएं |..
कभी विश्व गुरु रहे भारत की, धर्म संस्कृति की पताका;
 विश्व के कल्याण हेतू पुनः नभ में फहराये | - तिलक
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Monday, June 16, 2014

मोदी लौटकर दिल्ली पहुंचे

मोदी संबंधों का नया अध्याय बना लौटकर दिल्ली पहुंचे 
दिल्ली के लिए वापस. यह भूटान यात्रा संस्मरण मेरी स्मृति में उकेरा रहेगा. यह एक बहुत ही संतोषजनक और उत्पादक यात्रा थी।  
भूटान की संसद को संबोधित किया।  भूटान आगे बढ़ता है, और भारत भी भूटान का समर्थन करने के लिए आगे कदम उठाने लगता है।  एक छोटी सी अवधि में, भूटान ने लोकतांत्रिक संस्थाओं में अपार विश्वास विकसित किया है।  यह भूटान की विकास यात्रा के लिए अद्भुत है।  
भूटान के गत बजट में शिक्षा के लिए बड़ी राशी आवंटन के बारे में जान कर प्रसन्न हुआ।  यह भविष्य की पीढ़ियों की भलाई के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है! भारत भूटान में एक ई लाइब्रेरी नेटवर्क बनाने की योजना है और हम भूटान के छात्रों को दी जा रही छात्रवृत्ति दोगुना करेंगे। 
भारत और भूटान के बीच बंधन आगे बढ़ सकता है! http://nm4.in/1kXqTjQ

Back to Delhi. This Bhutan trip will remain etched in my memory. It was a very satisfying & productive visit. 

Addressed Bhutan's Parliament. When Bhutan moves ahead, India too feels like taking steps ahead to support Bhutan. In a short span of time, Bhutan has developed immense faith in democratic institutions. This is wonderful for Bhutan's development journey. 

Was happy to know about the large allocation for education in Bhutan's last budget. It shows commitment to well-being of future generations! India plans to create an e-library network in Bhutan & we would double scholarships being given to students of Bhutan.

May the bond between India & Bhutan grow further! http://nm4.in/1kXqTjQ
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
 मीडिया विकल्प बने; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।
अन्यत्र, हिन्दू समाज व हिदुत्व और भारत, को प्रभावित करने वाली
जानकारी का दर्पण है: विश्वदर्पण | आओ, मिलकर इसे बनायें; -तिलक

Saturday, June 7, 2014

असम से यूनेस्को तक शुभ संकेत

असम से यूनेस्को तक शुभ संकेत

असम के बक्‍सा जिले में कृषि विज्ञान केन्‍द्र के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर 
देश में असम कृषि विश्‍वविद्यालय, जोरहाट के सहयोग से 638वां कृषि विज्ञान केन्‍द्र शुरू हो रहा है। असम कृषि विश्‍वविद्यालय और भारतीय कृषि अनुसंधान संगठन-आईसीएआर ने इस निमित समझौते ज्ञापन पर हस्‍ताक्षर किए। समझौता ज्ञापन पर उपमहानिदेशक (कृषि विस्‍तार) डॉ. ए के सिक्‍का, आईसीएआर और असम कृषि विश्‍वविद्यालय के उप कुलपति डॉ. के एम बुजरबरूआ ने डीएआरई के सचिव डॉ. एस अयप्‍पन तथा आईसीएआर के महानिदेशक श्री अरविन्‍द आर कौशल की उपस्थिति में हस्‍ताक्षर किए। कृषि विज्ञान केन्‍द्र, असम के 15 विकास खंड एवं 687 गांव से युक्त 2400 स्‍क्‍वायर किलोमीटर क्षेत्र में फैले बक्‍सा जिले में कृषि एवं इससे संबंधित कार्यों को प्रोत्‍साहित करने के लिए कार्य करेगा। यह कृषि विज्ञान केन्‍द्र गोरेश्‍वर राजस्‍व केन्‍द्र, मोजा कोरभा के गांव धेपरगांव में स्थित है। जिले के कृषि समुदाय की आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिए इसका निर्माण किया गया है। 
भारत अमूर्त सांस्‍कृतिक विरासत की रक्षा के लिए अंतर सरकारी समिति में निर्वाचित 
अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए अंतर सरकारी समिति में आगामी चार वर्षों (2014-2018) के लिए भारत का चयन हुआ है। 
यूनेस्को मुख्यालय, यूनेस्को मुख्यालय, संयुक राष्ट्र शिक्षा, विज्ञानं और सांस्कृतिक संगठन ने पेरिस में 4 जून 2014, को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए कन्वेंशन के सदस्य देशों की महासभा ने भारत का चयन किया। इस चुनाव में सदस्‍य राज्‍यों की ओर से कुल 142 मत पड़े थे, जिसमें से 135 मतों से भारत ने चुनाव जीता। इस बार चुनाव मैदान में दस देश थे, जिसमें से भारत को मिले वोटों की संख्या सर्वाधिक अंकित की गई है।
अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की रक्षा के लिए अंतर सरकारी समिति के 24 सदस्‍य हैं और इन्‍हें चार वर्ष की अवधि के लिए चुना जाता है। समिति का मुख्य कार्य अमूर्त के महत्व के प्रति स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता बढ़ाना है। 
अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए अंतर सरकारी समिति में भारत का दूसरी बार चयन हुआ है। इससे पहले, 2006-2010 में इसका चयन हुआ था। 
मोदी का एजेंडा है विकास अर्थात न्यूनतम मंत्रिमंडल से अधिकतम परिणाम का संकल्प।
 मीडिया विकल्प बने; पत्रकारिता में आधुनिक विचार, लघु आकार -सम्पूर्ण समाचार -युद।
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Tuesday, June 3, 2014

शोक समाचार

शोक समाचार 
एक कार दुर्घटना में संभवत: हृदयाघात के कारण केन्द्रीय ग्रा विकास व पंचायती राज मंत्री श्री गोपीनाथ पांडुरंग मुंडे (64 वर्ष) का निधन उनके परिवार ही नहीं, अपितु पूरे राष्ट्र के लिए दुखद  सन्देश लाया है। परमात्मा उनकी आत्मा को शांति प्रदान व उनके शोक संतप्त परिवार को यह दुःख व अपूर्णीय क्षति सहन करने की क्षमता प्रदान करें। 

clip

मंत्री गोपीनाथ मुंडे का आज प्रात: दिल्ली में एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया।  मुंडे का पार्थिव शरीर मुंबई ले जाया गया है। यहां से उनका पार्थिव शरीर उनके वर्ली स्थित पैतृक घर पर लाया गया। उनके घर पर राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे, हेमा मालिनी, छगन भुजवल सहित कई लोग उपस्थित थे। मुंडे का अंतिम संस्कार कल महाराष्ट्र में उनके पैतृक गांव वर्ली में किया जाएगा। 
एक सप्ताह पूर्व ही शपथ ग्रहण कर कार्य भार सँभालने वाले भाजपा के मराठी नेता से ग्रामीणों सहित देश को बहुत आशाएं थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंडे के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा है कि वह अपने मित्र मुंडे के निधन से अत्यंत दुखी और स्तब्ध हैं। वे ही नहीं पूरा देश स्तब्ध है।
ग्रामीण विकास मंत्री की गाडी के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिलने के बाद सबसे पहले एम्स पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन ने बताया कि मुंडे को पुनर्जीवित करने का डॉक्टरों ने हरसंभव प्रयास किया। मुंडे के सम्मान में दिल्ली, राज्य की राजधानियों और केंद्र शासित प्रदेशों में आज राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका दिया गया।
देश की मिटटी की सुगंध, भारतचौपाल | -तिलक संपादक
अन्यत्र, हिन्दू समाज व हिदुत्व और भारत, को प्रभावित करने वाली
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