मित्रों,
क्या भारत में अस्ट्रेलिया जैसी कार्यवाही संभव है ?
जो अस्ट्रेलिया की प्रधान मंत्री ने कहा क्या भारत के प्रधान मंत्री कह सकते हैं अथवा उन्हें कहने दिया जायेगा ? भारत का नमक खा कर भारत में विनाश करना जिनका अधिकार है उन जिहादियों का अधिकार हिन्दुओं से कई गुणा है ? उनके बम विस्फोट पर प्रतिक्रिया न हो इसकी चिंता में शांति मार्च कर हम मानवतावादी होने का पाखंड करते हैं किन्तु इन आतंकी जिहादियों का समर्थन, मानवता का कौन सा पक्ष है ? न इनको रोकेंगे न रोकने देंगे, यह मानवतावाद है या आतंकवाद के समर्थन का कुचक्र ? राष्ट्रद्रोहियों के प्रति इतना झुकाव क्यों ?कोई तो समझाओ मुझे।
ऑस्ट्रेलिया की महिला प्रधान मंत्री जूलिया गिलार्ड ने देश के कट्टरपंथी मुस्लिमों से स्पष्ट कहा है कि ..
"मुस्लिम , जो इस्लामिक शरिया क़ानून चाहते हैं उन्हें बुधवार तक ऑस्ट्रेलिया से बाहर जाने के लिए कहा है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया देश के कट्टर मुसलमानो को आतंकवादी समझता है ।
ऑस्ट्रेलिया के हर एक मस्जिद की जाँच होगी और मुस्लिम इस जाँच में हमे सहयोग दें ।
जो बाहर से उनके देश मे आए हैं, उन्हें ऑस्ट्रेलिया में रहने के लिए अपने आप को बदलना होगा और ना कि ऑस्ट्रेलियन लोगो को .. यदि नहीं होता है,
तो मुसलमान देश छोड़ सकते हैं।
कुछ ऑस्ट्रेलियन चिंतित है ये सोच के कि क्या हम किसी धर्म का अपमान तो नहीं कर रहे ?..
पर मैं ऑस्ट्रेलियन लोगों को विश्वास देती हूँ कि हम जो भी कर रहे है, वो मात्र ऑस्ट्रेलिया के लोगों के हित में कर रहे हैं।
हम यहा इंग्लिश बोलते है ना की अरब .. इसलिए यदि इस देश में रहना होगा तो आपको इंग्लिश सीखनी ही होगी
ऑस्ट्रेलिया में हम ईसामसीह को भगवान मानते हैं, हम भगवान को मानते है !
हम केवल हमारे ईसाई पंथ को मानते है और किसी धर्म को नहीं। इसका यह अर्थ नहीं कि हम सांप्रदायिक है !
इसलिए हमारे यहां भगवान के चित्र और धर्म ग्रंथ सब जगह होते है ! यदि आपको इस बात से आपत्ति है तो विश्व में आप कहीं भी जा सकते हैं ऑस्ट्रेलिया छोड़ कर ।
ऑस्ट्रेलिया हमारा देश है, हमारी धरती है, और हमारी सभ्यता है । हम आपके धर्म को नहीं मानते पर आपकी भावना को मानते हैं !
इसलिए यदि आपको नमाज़ पढ़नी है तो ध्वनि प्रदूषण ना करें .. हमारे कार्यालय, स्कूल या सार्वजनिक स्थानों में नमाज़ बिल्कुल ना पढ़ें !
अपने घरों में या मस्जिद में शांति से नमाज़ पढ़ें । जिस से हमें कोई असुविधा ना हो ।
यदि आपको हमारे ध्वज से, राष्ट्रीय गीत से, हमारे धर्म से या फिर हमारे रहन-सहन से कोई भी शिकायत है तो आप अभी इसी समय ऑस्ट्रेलिया छोड़ दें " ।- जूलिया गिलार्ड ऑस्ट्रेलियन प्राइम मिनिस्टर
अन्यत्र, हिन्दू समाज व हिदुत्व और भारत,
को प्रभावित करने वाली
जानकारी का दर्पण है:
विश्वदर्पण | आओ, मिलकर इसे बनायें; -तिलक