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Monday, August 4, 2014

राष्‍ट्रमंडल खेल 2014 में भारत के 64/65 पदक

राष्‍ट्रमंडल खेल 2014 में भारत के पदक 
राष्‍ट्रमंडल खेल 2014 के 10वें और 11वें  दिन, भारत ने 13 पदक (2 स्‍वर्ण, 7 रजत और 4 कांस्‍य) जीते। पदक विजेताओं के नाम इस प्रकार है: भारत 64 पदक जीत चुका हैजिसमें 15 स्‍वर्ण30 रजत और 19 कांस्‍य पदक हैं (+1 कांस्‍य अतिरिक्त) कुल 65 

क्र. सं.
खिलाड़ी का नाम
प्रतियोगिता 
पदक 
1.
जोशना चिनप्‍पा/दीपिका पल्‍लीकल
स्‍क्‍वाश  (महिला युगल)
स्‍वर्ण
2.
देवेंद्रो लेशराम
बॉक्सिंग लाइट वेट (49किलोग्राम)
रजत
3.
लेशराम देवी
बॉक्सिंग लाइट वेट (57-60 किलोग्राम)
रजत
4.
मनदीप जांगरा
बॉक्सिंग वेल्‍टर वेट – (69किलोग्राम)
रजत
5.
विजेंद्र सिंह
बॉक्सिंग मिडल वेट (75किलोग्राम)
रजत
6.
राजेंद्र राहेलू
भारोत्‍तोलन  (हैवीवेट)
रजत
7.
पी वी सिंधू
बैडमिंटन  (महिला एकल)
कांस्‍य
8.
आर वी गुरूसाईदत्‍त
बैडमिंटन  (पुरूष एकल)
कांस्‍य
9.
शकीना खातून
भारोत्‍तोलन (लाइटवेट)
कांस्‍य
10.
अर्पिंदर सिंह
एथलेटिक्‍स (ट्रिपल जम्‍प)
कांस्‍य
11.
कश्‍यप पारूपल्‍ली
बैडमिंटन  (पुरूष एकल)
स्‍वर्ण
12.
अश्‍वनी पोन्‍नाअप्‍पा/ज्‍वाला गुप्‍ता
बैडमिंटन  (महिला एकल)
रजत
13.
सादर सिंह/अक्षदीप सिंह/बिरेंद्र लाकर/चिंगलेनसाना कंगूजम/चंदाना निक्किन/थिम्‍मइया/दानीश मुज्‍तबा/धर्मवीर सिंह/गुरविंदर चांडी/गुरबाज सिंह/कोठाजीत खादंगबाम/मनप्रीत सिंह/श्रीजस पारात्‍तू रवींद्नन/रूपिंदर सिंह/रमन‍दीप सिंह/सुनील सोमारपेट वितालाचार्य/ रघुनाथ वोक्‍कालिगा रामचंद्र  
हॉकी पुरूष
रजत
01.8.14 के 4 पदक (3 रजत तथा 1+1* कांस्‍य) वि‍जेताओं के नाम के नाम इस प्रकार है: 
क्रम संख्‍या
खि‍लाड़ी का नाम
खेल
पदक

1.
अमलराज एंथनी अरपुथराज/शरथ कमल अचन्‍ता
टेबल टेनि‍स (मेन्‍स डबल)
रजत
2.
सीमा पुनि‍या
एथलेटि‍क्स (चक्‍का फैंक)
रजत
3.
संतोषी मतसा#
भारोत्तोलन (52कि‍लोग्राम)
रजत
4.
पिंकी रानी
बाक्‍सि‍गं-भार – (48-51कि‍लोग्राम)
कांस्‍य
5.
स्‍वाति‍सिंह*
भारोत्तोलन (52कि‍लोग्राम)
कांस्‍य
31 जुलाई, 2014 के 6 पदक (3 स्‍वर्ण, 1 रजत और 2 कांस्‍य) पदक विजेताओं के नाम इस प्रकार है :
 क्र. सं.
खिलाड़ी का नाम
प्रतियोगिता
पदक 
1.
बबीता कुमारी
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल5किलो (महिला)
स्‍वर्ण
2.
योगेश्‍वर दत्‍त
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल65 किलो (पुरूष)
स्‍वर्ण
3.
विकास शिवे गौड़ा
एथलेटिक्‍स (डिस्‍कस थ्रो)(पुरूष)
स्‍वर्ण
4.
गीतिका जाखर
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल63 किलो (महिला)
रजत
5.
दीपा करमाकर
जिमनास्टिक (वाल्‍ट) (महिला)
कांस्‍य
6.
पवन कुमार
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल86 किलो(पुरूष)
कांस्‍य
30 जुलाई2014 को भारत ने 5 पदक ( 4 रजत और कांस्‍य) जीते। पदक विजेताओं के नाम इस प्रकार है : 
 क्र. सं.
खिलाड़ी का नाम
प्रतियोगिता
पदक
1.
बिजनीस बजरंग
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल) 61 किलो (पुरूष))
रजत
2.
ललिता
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल) 53 किलो (महिला)
रजत
3.
सत्यव्रत काडियन
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल) 97 किलो(पुरूष)
रजत
4.
साक्षी मलिक
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल) 58 किलो (महिला)
रजत
5.
नवजोत
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल) 58 किलो (महिला)
कांस्य
29 जुलाई, 2014 को भारत ने 10 पदक (3 स्‍वर्ण, 3 रजत और 4 कांस्‍य) जीते। 29 जुलाई, 2014 के पदक विजेताओं के नाम इस प्रकार है:
 क्र. सं.
खिलाड़ी का नाम
प्रतियोगिता
पदक
1.
विनेश
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल) 48 किलो (महिला)
स्‍वर्ण
2.
सुशील कुमार
कुश्‍ती  (फ्रीस्‍टाइल) 74 किलो (पुरूष)
स्‍वर्ण
3.
अमित कुमार
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल) 57 किलो(पुरूष)
स्‍वर्ण
4.
संजीव राजपूत
50 मीटर राइफल 3 पोजीशन (पुरूष)
रजत
5.
हरप्रीत सिंह
25 मीटर  रैपिड फायर पिस्‍टल
रजत
6.
राजीव तोमर
कुश्‍ती (फ्रीस्‍टाइल) 125 किलो(पुरूष)
रजत
7.
गंगन नारंग
50 मीटर राइफल 3 पोजीशन (पुरूष)
कांस्‍य
8.
लज्‍जा गोस्‍वामी
50 मीटर राइफल 3 पोजीशन (महिला)
कांस्‍य
9.
मानवजीत सिंह
ट्रैप (पुरूष)
कांस्‍य
10.
चंद्रकांत माली
भारोत्‍तोलन 94 किलो
कांस्‍य
28 जुलाई, 2014 के 4 पदक (01 स्‍वर्ण, और 03 रजत) विजेता ???
27 जुलाई, 2014 को भारतीय खिलाडि़यों ने 5 पदक (एक स्‍वर्ण, दो रजत और दो कांस्‍य) जीते। पदक विजेता खिलाडियों के नाम इस प्रकार हैं -
क्रम संख्‍या
 खिलाड़ी
स्‍पर्धा
पदक
1.
सतीश शिवालिंगम
77 किलोग्राम भारोत्‍तोलन   (पुरूष)
स्‍वर्ण
2.
रवि कतूलू
77 किलोग्राम भारोत्‍तोलन (पुरूष)
रजत
3.
श्रेयसी सिंह
डबल ट्रेप (महिला)
रजत
4.
असाब मोहम्‍मद
डबल ट्रेप  (पुरूष)
कांस्‍य
5.
पूनम यादव
63 किलोग्राम भारोत्‍तोलन (महिला)
कांस्‍य
26 जुलाई 2014 को भारत ने सात पदक (2 स्‍वर्ण, 3 रजत और 2 कांस्‍य) जीते। पदक विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं-  
 क्र.स.
खिलाड़ी का नाम
खेल स्‍पर्धा
पदक
1.
अपूरवी चंदेला
10 मीटर एयर राइफल (महिला)
स्‍वर्ण
2 .
राही सरनोबत
25 मीटर पिस्‍टल  (महिला)
स्‍वर्ण
3.
अयोनिका पाल
10 मीटर एयर राइफल (महिला)
रजत
4.
अनीसा सैयद
25 मीटर पिस्‍टल  (महिला)
रजत
5.
प्रकाश नन्‍जप्‍पा
10 मीटर एयर राइफल (पुरूष)
रजत
6.
ओंकार ओटारी
69 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग (पुरूष)
कांस्‍य
7.
राजविंदर कौर
78+ किलोग्राम जूडो (महिला)
कांस्‍य
केन्‍द्रीय कौशल विकासउद्यमिता, युवा मामले और खेल मंत्री श्री सर्बानंदा सोनवाल ने 25 जुलाई 2014 के सभी 03 पदक विजेताओं को बधाई दी है। कुल 10 पदक (03 स्‍वर्ण, 04 रजत और 03 कांस्‍य) जीते हैं। 
दूसरे दि‍न (संतोषी मत्साह) इन्‍होंने कांस्‍य पदक जीता था किंतु नाईजीरि‍या की अमलाहा की डौप जांच द्वारा 1 अगस्त को असफल घोषित कर इन्‍हें रजत पदक तथा 4 स्थान पर रहे स्वाति सिंह को कांस्‍य पदक मि‍ला। 
राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ग्‍लासगो में हो रहे 20वें राष्‍ट्रमंडल खेलों के शुरूआती दिन ही 24 जुलाई 2014 को भारत ने सात पदक भारोत्‍तोलन और जूडो में पदक जीतने वालों को बधाई दी है। 
राष्‍ट्रपति ने संजीता खुमुकचम, सुखेन डे, नवजोत चाना, सुशीला लिक्‍माबम, मीराबाई एस चानू, कल्‍पना थोडम और गणेश माली को वैयक्तिक रूप से भेजे संदेश में कहा कि देश का झंडा ऊँचा करने वालों को वह बधाई देते हैं। ये खिलाड़ी भविष्‍य में और बेहतर प्रदर्शन करें, इसके लिए शुभकामनाएं।     
 राष्‍ट्रमंडल खेलों के 11वें अंतिम दिन तक भारत 64 पदक जीत चुका हैजिसमें 15 स्‍वर्ण30 रजत और 19 कांस्‍य पदक हैं। 
http://raashtradarpan.blogspot.in/2014/08/2014-6465.html
http://samaajdarpan.blogspot.in/2014/08/2014-6465.html

http://yuvaadarpan.blogspot.in/2014/08/64.html
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
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जानकारी का दर्पण है: विश्वदर्पण | आओ, मिलकर इसे बनायें; -तिलक

Thursday, July 31, 2014

श्रावण मास और रमजान का महीना ||

श्रावण मास और रमजान का महीना ||
शुभ प्रभात बंधुओं ,
Madhvi Gupta साभार 
श्रावण मास और रमजान का महीना ||
|| कुछ रोचक जानकारियाँ, अवश्य पढ़ें ||
|| बंधुओं एक ज्ञानवर्धक लेख .....अवस्य पढ़ें और पढ़ाएं ||
* श्रावण मास शिव जी को समर्पित है और इस पवित्र माह में पार्वती जी भगवान शंकर जी से राम जी के जीवन चरित्र को सुनती (श्रवण) करती हैं |
* इसी राम कथा के सुनने और सुनाने (श्रावण) की परिपाटी में इस पवित्र माह को"श्रावण"कहा गया है | और विश्व भर के हिन्दू इस माह में सत्य नारायण की कथा और राम चरित मानस का पाठ करते हैं |
* वास्तव में गोस्वामी जी विरचित श्री राम चरित मानस में मास परायण का विश्राम भी इसलिए ही होता है | और इस दिव्य पुस्तक का नाम भी मानस इसलिए है की अपने मानस में बसे राम के चरित्र को शंकर जी माता पार्वती को सुना रहे है |
उदहारण : चौपाई में बहुत से स्थानों पर पार्वती का संबोधन जैसे"उमा राम सुभाऊ जेहि जाना",
"उमा जे राम चरन रत बिगत काम मद क्रोध","उमा राम की भृकुटि विलासा","उमा न कछु कपि कै अधिकाई".....अदि अदि
* आप सभी पाठकों से निवेदन है की सावन के इस पवित्र माह में आप भी राम जी के जीवन को पढ़ें और जानें किसी भी भाषा में | इन्टरनेट पर भी आप को राम चरित मानस मिल जाएगा |
* आप अपने मोबाइल के एंड्राइड ऐप और एप्पल पर भी कितने एप्लीकेशन पा सकते हैं जिसे डाउनलोड कर के आप कभी भी"श्री राम चरित मानस जी"और"श्री गीता जी"को पढ़ और जान सकते हैं |
* मित्रों इस्लाम के पवित्र महीना रमजान संस्कृत शब्द"रामज्ञान"का अपभ्रंस है | और मक्का विश्वप्रसिद्ध शिव लिंग भी था जिसे"कबालेश्वर महादेव"के नाम से जानते हैं | इस कारण सावन का महत्त्व वहां भी था मुहम्मद के समय भी |
* चुकी सावन में रामायण का पाठ सनातन से चला आ रहा है तो वो इसी की नक़ल कर के"रामदान"बना लिए |
* भारत को छोड़ पूरे संसार में रमजान को"रामदान"कहते है, आप गूगल पर भी देख सकते हैं | भारत में अपनी नक़ल छुपाने को इन्होने इसे "रमजान" कर दिया | जैसा की आप सभी जानते हैं की पैगम्बर के चाचा एक हिन्दू थे और अरब में भी आर्य संस्कृति का प्रभाव बहुत था |
* मुहम्मद साहब के चाचा ने एक पुस्तक भी लिखी थी"शायर उल ओकुल"जिसमें हिन्दू संस्कृति की भूरी भूरी प्रसंसा थी | बाद में मुहम्मद के जिहादियों ने उन्हें मार दिया था |
* नक़ल यहीं बंद नहीं हुई : गर्भा बना काबा, पुराण बना कुराण, संगे अश्वेत बना संगे अस्वाद, हमारा मलमास बना सफ़र मास, रवि से उनका रबी महिना, उनका ग्यारहवी शरीफ हमारे एकादशी (11) की ही नक़ल है | गृह से ही उनका गाह शब्द बना ईदगाह , दरगाह |
* उनका"नमाज"भी संस्कृत के नमत शब्द से बना है जिसका अर्थ है झुकना | नमस्ते शब्द भी इसी से निकला है |
* दिन में ५ बार नमाज हमारे वेदों के"पञ्च महा यज्ञ"की ही नक़ल है |
* मुसलामानों का त्यौहार "शब्बेरात"शिवरात्री का ही अपभ्रंस है |
*नमाज के पहले ५ अंगों को धुलना वेदों के"शरीर शुद्ध्यर्थं पंचांग न्यासः"का ही नियम है |
* ईद उल फितर हिन्दुओं का पित्री पक्ष (ईद उल पित्र )ही है | और ईद उल फ़ित्र में मुसलमान अपने पूरकों को ही याद करते हैं |
इस नक़ल की प्रक्रिया लेखन इतना लम्बा है ......पूरी किताब तैयार हो सकती है |

चलते चलते : कितने हिन्दू भाइयों को ये भी न पता होगा की पैगम्बर सिकंदर के ५०० साल बाद पैदा हुए थे और इसका अर्थ हुआ की चन्द्रगुप्त मौर्य के लगभग ४०० साल बाद | अभी बच्चा है ये.... जिसकी नक़ल करता है उसी को हेकड़ी भी दिखता है |
"वयं राष्ट्रे जागृयाम"......
आप सभी को श्रावण मास की शुभ कामनाएं |..
कभी विश्व गुरु रहे भारत की, धर्म संस्कृति की पताका;
 विश्व के कल्याण हेतू पुनः नभ में फहराये | - तिलक
अन्यत्र, हिन्दू समाज व हिदुत्व और भारत, को प्रभावित करने वाली
जानकारी का दर्पण है: विश्वदर्पण | आओ, मिलकर इसे बनायें; -तिलक